हार्ट हेल्थ के लिए बेस्ट 4 एक्सरसाइज

हार्ट हेल्थ के लिए बेस्ट 4 एक्सरसाइज

क्या आप दिल की बीमारी से ग्रस्त हैं या डरते हैं कि आपको भी दिल सम्बन्धी रोग न हो जाएं ? क्या आप जानते हैं कि हार्ट हेल्थ को बनाए रखने के लिए सही एक्ससरसाइज कितनी जरूरी है?

Fytika Blog: बदलती जीवनशैली, बढ़ते वायु प्रदूषण से दिल की बीमारियों के खतरे, इनएक्टिव रहने और अस्वस्थ खानपान हमारे दिल को कमजोर बना सकते हैं। हार्ट को कैसे ठीक करें? यह सवाल आज हर किसी के मन में है। आइए, जानते हैं हार्ट हेल्थ के लिए बेस्ट 4 एक्ससरसाइज। साथ ही इन एक्ससरसाइज के साथ हार्ट हेल्थ के लिए कौन से अच्छे न्यूट्रिएंट्स लें, इसके बारे में भी जानेंगे।

बदलती जीवनशैली, बढ़ते वायु प्रदूषण से दिल की बीमारियों के खतरे, इनएक्टिव रहने और अस्वस्थ खानपान हमारे दिल को कमजोर बना सकते हैं। हार्ट को कैसे ठीक करें? यह सवाल आज हर किसी के मन में है। आइए, जानते हैं हार्ट हेल्थ के लिए बेस्ट 4 एक्ससरसाइज। साथ ही इन एक्ससरसाइज के साथ हार्ट हेल्थ के लिए कौन से अच्छे न्यूट्रिएंट्स लें, इसके बारे में भी जानेंगे।

क्या आपको पता है ?

Fytika Blog: सीके बिड़ला हॉस्पिटल्स की 'एवरी बीट काउंट्स' रिपोर्ट के अनुसार, भारत में दुनिया भर में दिल के दौरे से होने वाली मौतों में 20% मौतें होती हैं। भारत में हृदय संबंधी बीमारियों से मृत्यु दर 272 प्रति लाख है, जो वैश्विक औसत से अधिक है। शहरी क्षेत्रों में यह दर 450 प्रति लाख तक पहुंच जाती है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह 200 प्रति लाख है। रिपोर्ट ने 'पतले-मोटे' शरीर के प्रकार, अस्वस्थ जीवनशैली, और स्वास्थ्य सेवा की कमियों को हृदय रोग के बढ़ते खतरे का मुख्य कारण बताया है। इसके साथ ही, भारत में हर 2.5 लाख लोगों पर केवल एक कार्डियोलॉजिस्ट उपलब्ध है, जो विशेष देखभाल की आवश्यकता को उजागर करता है। रिपोर्ट में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और लोगों में जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया गया है।

"सीके बिड़ला हॉस्पिटल्स की 'एवरी बीट काउंट्स' रिपोर्ट के अनुसार, भारत में दुनिया भर में दिल के दौरे से होने वाली मौतों में 20% मौतें होती हैं। भारत में हृदय संबंधी बीमारियों से मृत्यु दर 272 प्रति लाख है, जो वैश्विक औसत से अधिक है। शहरी क्षेत्रों में यह दर 450 प्रति लाख तक पहुंच जाती है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह 200 प्रति लाख है। रिपोर्ट ने 'पतले-मोटे' शरीर के प्रकार, अस्वस्थ जीवनशैली, और स्वास्थ्य सेवा की कमियों को हृदय रोग के बढ़ते खतरे का मुख्य कारण बताया है। इसके साथ ही, भारत में हर 2.5 लाख लोगों पर केवल एक कार्डियोलॉजिस्ट उपलब्ध है, जो विशेष देखभाल की आवश्यकता को उजागर करता है। रिपोर्ट में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और लोगों में जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया गया है।"

हार्ट हेल्थ के लिए बेस्ट 4 एक्ससरसाइज

Fytika Blog: वॉकिंग (Walking) रोजाना सिर्फ 30 मिनट की वॉकिंग दिल की सेहत के लिए अत्यंत फायदेमंद है। यह ब्लड सर्कुलेशन को सुधारती है, जिससे दिल और रक्त वाहिकाओं तक बेहतर ऑक्सीजन पहुंचती है। वॉकिंग से कोलेस्ट्रॉल लेवल नियंत्रित होता है, जिससे बुरा कोलेस्ट्रॉल (LDL) कम और अच्छा कोलेस्ट्रॉल (HDL) बढ़ता है, जो दिल की सेहत को बनाए रखने में मदद करता है। यह रक्तचाप को भी कम करती है, जो हाई ब्लड प्रेशर से जुड़ी दिल की बीमारियों के जोखिम को घटाता है। वॉकिंग दिल की मांसपेशियों को मजबूत करती है, जिससे हृदय की कार्यक्षमता बढ़ती है और हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा कम होता है। इसके अलावा, वॉकिंग वजन को नियंत्रित करने में मदद करती है, जिससे दिल पर दबाव नहीं पड़ता। मानसिक शांति भी प्रदान करती है, क्योंकि मानसिक तनाव दिल की बीमारियों का एक प्रमुख कारण है।  वॉकिंग के दौरान यदि आप अपने आहार में ओमेगा-3 फैटी एसिड और पोटैशियम से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे अलसी के बीज, केले, और पालक को शामिल करते हैं, तो इसका प्रभाव और भी बढ़ जाता है।

वॉकिंग (Walking)

रोजाना सिर्फ 30 मिनट की वॉकिंग दिल की सेहत के लिए अत्यंत फायदेमंद है। यह ब्लड सर्कुलेशन को सुधारती है, जिससे दिल और रक्त वाहिकाओं तक बेहतर ऑक्सीजन पहुंचती है। वॉकिंग से कोलेस्ट्रॉल लेवल नियंत्रित होता है, जिससे बुरा कोलेस्ट्रॉल (LDL) कम और अच्छा कोलेस्ट्रॉल (HDL) बढ़ता है, जो दिल की सेहत को बनाए रखने में मदद करता है। यह रक्तचाप को भी कम करती है, जो हाई ब्लड प्रेशर से जुड़ी दिल की बीमारियों के जोखिम को घटाता है। वॉकिंग दिल की मांसपेशियों को मजबूत करती है, जिससे हृदय की कार्यक्षमता बढ़ती है और हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा कम होता है। इसके अलावा, वॉकिंग वजन को नियंत्रित करने में मदद करती है, जिससे दिल पर दबाव नहीं पड़ता। मानसिक शांति भी प्रदान करती है, क्योंकि मानसिक तनाव दिल की बीमारियों का एक प्रमुख कारण है।

वॉकिंग के दौरान यदि आप अपने आहार में ओमेगा-3 फैटी एसिड और पोटैशियम से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे अलसी के बीज, केले, और पालक को शामिल करते हैं, तो इसका प्रभाव और भी बढ़ जाता है।

साइकलिंग (Cycling)

Fytika Blog: साइकलिंग एक बेहतरीन लो-इम्पैक्ट एक्सरसाइज है, जो दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करती है, जिससे बुरा कोलेस्ट्रॉल (LDL) कम होता है और अच्छा कोलेस्ट्रॉल (HDL) बढ़ता है, जो दिल के लिए लाभकारी है। हफ्ते में कम से कम 3 बार 30-40 मिनट तक साइकलिंग करने से रक्तचाप नियंत्रित रहता है, जिससे हृदय रोगों का खतरा घटता है। यह शरीर के वजन को भी नियंत्रित करती है, जिससे दिल पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ता और हृदय रोगों का जोखिम कम होता है।  साइकलिंग दिल की मांसपेशियों को मजबूत करती है, जिससे हृदय की कार्यक्षमता में सुधार होता है और स्ट्रोक तथा हार्ट अटैक के जोखिम में कमी आती है।

साइकलिंग एक बेहतरीन लो-इम्पैक्ट एक्सरसाइज है, जो दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करती है, जिससे बुरा कोलेस्ट्रॉल (LDL) कम होता है और अच्छा कोलेस्ट्रॉल (HDL) बढ़ता है, जो दिल के लिए लाभकारी है। हफ्ते में कम से कम 3 बार 30-40 मिनट तक साइकलिंग करने से रक्तचाप नियंत्रित रहता है, जिससे हृदय रोगों का खतरा घटता है। यह शरीर के वजन को भी नियंत्रित करती है, जिससे दिल पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ता और हृदय रोगों का जोखिम कम होता है।

साइकलिंग दिल की मांसपेशियों को मजबूत करती है, जिससे हृदय की कार्यक्षमता में सुधार होता है और स्ट्रोक तथा हार्ट अटैक के जोखिम में कमी आती है। इसके साथ ही, अनार या संतरे जैसे फल और उनके जूस को आहार में शामिल करना दिल की सुरक्षा के लिए फायदेमंद होता है।

योग (Yoga)

Fytika Blog: योग (Yoga) योग न केवल मानसिक शांति के लिए, बल्कि दिल की सेहत के लिए भी फायदेमंद है। विशेष रूप से प्राणायाम और सूर्य नमस्कार जैसी मुद्राएं ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करती हैं, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है। योग रक्तसंचार को बेहतर बनाता है, जिससे दिल और रक्त वाहिकाओं को अधिक ऑक्सीजन मिलती है और रक्त वाहिकाएं लचीली रहती हैं। इसके अलावा, योग मानसिक तनाव को कम करता है, जो हृदय रोगों का एक प्रमुख कारण है।  हार्ट-फ्रेंडली आहार जैसे हरी सब्जियां, अखरोट, बादाम और मछली दिल को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करते हैं। नियमित योगाभ्यास से हृदय की कार्यक्षमता में सुधार होता है और दिल मजबूत बनता है।

योग न केवल मानसिक शांति के लिए, बल्कि दिल की सेहत के लिए भी फायदेमंद है। विशेष रूप से प्राणायाम और सूर्य नमस्कार जैसी मुद्राएं ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करती हैं, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है। योग रक्तसंचार को बेहतर बनाता है, जिससे दिल और रक्त वाहिकाओं को अधिक ऑक्सीजन मिलती है और रक्त वाहिकाएं लचीली रहती हैं। इसके अलावा, योग मानसिक तनाव को कम करता है, जो हृदय रोगों का एक प्रमुख कारण है।

हार्ट-फ्रेंडली आहार जैसे हरी सब्जियां, अखरोट, बादाम और मछली दिल को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करते हैं। नियमित योगाभ्यास से हृदय की कार्यक्षमता में सुधार होता है और दिल मजबूत बनता है।

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग (Strength Training)

Fytika Blog: स्ट्रेंथ ट्रेनिंग (Strength Training) स्ट्रेंथ ट्रेनिंग मसल्स को मजबूत करने के साथ-साथ दिल की सेहत के लिए भी फायदेमंद है। हफ्ते में 2-3 बार 20-30 मिनट की वेट लिफ्टिंग या रिजिस्टेंस एक्सरसाइज से हृदय के जोखिम कारकों को कम किया जा सकता है। यह मेटाबॉलिज्म को सुधारकर शरीर का वजन नियंत्रित करती है, जिससे दिल पर दबाव नहीं पड़ता और हृदय रोगों का खतरा घटता है।  स्ट्रेंथ ट्रेनिंग रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करती है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम कम होता है। इसके अलावा, यह दिल की मांसपेशियों को मजबूत कर हृदय की कार्यक्षमता बढ़ाती है।

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग मसल्स को मजबूत करने के साथ-साथ दिल की सेहत के लिए भी फायदेमंद है। हफ्ते में 2-3 बार 20-30 मिनट की वेट लिफ्टिंग या रिजिस्टेंस एक्सरसाइज से हृदय के जोखिम कारकों को कम किया जा सकता है। यह मेटाबॉलिज्म को सुधारकर शरीर का वजन नियंत्रित करती है, जिससे दिल पर दबाव नहीं पड़ता और हृदय रोगों का खतरा घटता है।

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करती है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम कम होता है। इसके अलावा, यह दिल की मांसपेशियों को मजबूत कर हृदय की कार्यक्षमता बढ़ाती है।

ओमेगा-3 फैटी एसिड, नट्स, साबुत अनाज और फलों को आहार में शामिल करने से दिल को अतिरिक्त सुरक्षा मिलती है और इसकी कार्यक्षमता में सुधार होता है। स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और सही आहार के संयोजन से दिल को स्वस्थ बनाए रखा जा सकता है।

नतीजा

Fytika Blog: इन हार्ट हेल्थ tips और हार्ट के लिए क्या खाना चाहिए, जैसी जानकारी को अपनी लाइफस्टाइल में शामिल करें और दिल के स्वास्थ्य का महत्व समझें। सही एक्सरसाइज, और आहार से दिल की बीमारी का खतरा कम किया जा सकता है ।आज ही शुरुआत करें और अपने दिल का ख्याल रखें।

इन हार्ट हेल्थ टिप्स और हार्ट के लिए क्या खाना चाहिए, जैसी जानकारी को अपनी लाइफस्टाइल में शामिल करें और दिल के स्वास्थ्य का महत्व समझें। सही एक्सरसाइज, और आहार से दिल की बीमारी का खतरा कम किया जा सकता है ।आज ही शुरुआत करें और अपने दिल का ख्याल रखें।

 

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