भारत में डायबिटीज़ (मधुमेह) एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है। इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन (IDF) की 2023 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में डायबिटीज़ के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और यह 'डायबिटीज़ कैपिटल ऑफ द वर्ल्ड' बनने की ओर अग्रसर है। अनुमान है कि 2045 तक यह संख्या 134 मिलियन तक पहुँच सकती है।

डायबिटीज़ को नेचुरल तरीके से कैसे रोकें, इसका हल आयुर्वेद में छिपा है। प्राकृतिक जड़ी-बूटियाँ और औषधीय पौधे रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मददगार हो सकते हैं। यहां हम 9 ऐसी प्रमुख आयुर्वेदिक चीज़ों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
अगर आपको डायबिटीज कंट्रोल करना है तो डाइट में आज से ही शामिल करें ये 9 आयुर्वेदिक चीज़ें।
1. करेला (Bitter Gourd)

करेला का नाम सुनते ही लोग उसका कड़वा स्वाद याद करते हैं, लेकिन यह कड़वा फल मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए बेहद फायदेमंद है। इसमें Charantin और Polypeptide-p जैसे यौगिक होते हैं, जो रक्त शर्करा को ऊर्जा में बदलने में मदद करते हैं। यह पैंक्रियास की कार्यक्षमता को बढ़ाता है और अतिरिक्त शर्करा को रक्त से निकालने में मदद करता है।
कैसे लें?
• सुबह खाली पेट करेला का जूस पीएं।
• इसे सब्ज़ी या सूप के रूप में डाइट में शामिल करें।
• करेला का पाउडर पानी में मिलाकर लें।
2. जामुन (Jamun)

जामुन न केवल स्वादिष्ट फल है, बल्कि यह रक्त शर्करा को नियंत्रित करने के लिए एक अद्भुत औषधि है। इसमें Jamboline नामक यौगिक पाया जाता है, जो शुगर के अवशोषण को धीमा करता है और इंसुलिन की संवेदनशीलता बढ़ाता है। इसके नियमित सेवन से शुगर से जुड़ी जटिलताओं जैसे किडनी और आंखों की समस्या को रोकने में मदद मिलती है।
कैसे लें?
• ताजे जामुन का सेवन करें।
• जामुन की गुठलियों को सुखाकर पाउडर बना लें और पानी के साथ सेवन करें।
• इसे स्मूदी या सलाद में जोड़ सकते हैं।
3. नीम पत्तियाँ (Neem Leaves)

नीम की पत्तियाँ रक्त शर्करा को कम करने और इंसुलिन-उत्पादक कोशिकाओं को पुनः उत्पन्न करने में सहायक होती हैं। यह शरीर को डिटॉक्स करता है और रक्त शुद्ध करता है। नीम के एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण डायबिटीज़ से जुड़े सूजन और संक्रमण को कम करने में मदद करते हैं।
कैसे लें?
• नीम की 5-6 ताज़ी पत्तियाँ चबाएं।
• नीम के पत्तों का रस निकालकर रोज सुबह खाली पेट लें।
• नीम पाउडर को गर्म पानी में मिलाकर सेवन करें।
4. आंवला (Amla)

आंवला विटामिन C का समृद्ध स्रोत है, जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के साथ-साथ शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। यह शुगर मेटाबोलिज़्म को सुधारता है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है।
कैसे लें?
• रोज़ाना 1-2 चम्मच आंवला जूस पीएं।
• आंवला का मुरब्बा या अचार भोजन में शामिल करें।
• आंवला पाउडर को पानी या दूध के साथ लें।
5. गुड़मार (Gurmar)

गुड़मार का अर्थ है "शुगर का नाशक।" यह शरीर में शुगर के अवशोषण को रोकता है और पैंक्रियास के कार्य को सुधारता है। गुड़मार मीठे की लालसा पर भी नियंत्रण पाने में मदद करता है।
कैसे लें?
• गुड़मार पत्तों का पाउडर पानी के साथ लें।
• इसका काढ़ा बनाकर सेवन करें।
• गुड़मार पत्तों को चाय में डालकर पीएं।
6. गिलोय (Giloy)

गिलोय को आयुर्वेद में "अमृत" कहा जाता है। यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और रक्त शर्करा को संतुलित करने में मदद करता है। गिलोय लिवर को स्वस्थ बनाए रखता है।
कैसे लें?
• गिलोय का काढ़ा बनाकर पीएं।
• गिलोय के पाउडर को शहद के साथ लें।
• गिलोय टेबलेट्स का भी उपयोग कर सकते हैं।
7. विजयसार (Vijaysar)

विजयसार मधुमेह को नियंत्रित करने में एक प्रमुख औषधि है। यह पैंक्रियास के कार्य को सुधारता है और शुगर मेटाबोलिज़्म को संतुलित करता है।
कैसे लें?
• विजयसार लकड़ी को पानी में रातभर भिगोकर रखें और सुबह सेवन करें।
• विजयसार पाउडर को पानी में मिलाकर लें।
8. मेथी (Fenugreek)

मेथी में फाइबर होता है, जो शर्करा के अवशोषण को धीमा करता है। यह पाचन सुधारता है और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
कैसे लें?
• भिगोई हुई मेथी के दानों का सुबह सेवन करें।
• मेथी पाउडर दूध में मिलाकर पीएं।
• रोटी के आटे में मेथी मिलाएं।
9. गोखरू (Gokhru)

गोखरू दाना पैंक्रियास की कार्यक्षमता को सुधारता है और शुगर मेटाबोलिज़्म को बेहतर बनाता है।
कैसे लें?
• गोखरू पाउडर गुनगुने पानी के साथ लें।
• इसका काढ़ा बनाकर सेवन करें।
अंत में

इन आयुर्वेदिक उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल करके आप डायबिटीज़ को प्राकृतिक तरीके से नियंत्रित कर सकते हैं। हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि किसी भी आयुर्वेदिक उपाय को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें। डायबिटीज़ के नियंत्रण में जीवनशैली और संतुलित आहार भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, इसलिए एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाना जरूरी है।
Disclaimer:
यह जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्य के लिए है और इसे चिकित्सा परामर्श का विकल्प न समझें। कोई भी आयुर्वेदिक उपाय अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य करें।References:
इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन (IDF), रिपोर्ट 2023
भारतीय आयुर्वेद परिषद
प्राकृतिक चिकित्सा एवं आयुर्वेद पत्रिका, 2022