आजकल हमारी जीवनशैली बहुत खराब हो गई है। इसके कारण कई लोग बीमार पड़ जाते हैं। लेकिन क्या आपने कभी उनके कारणों के बारे में सोचा है? अच्छे खाने पीने के बावजूद भी, कुछ लोगों की बुरी आदतों की वजह से वे बीमार पड़ जाते हैं। जैसे कि रात को ब्रश न करना और सुबह बिना नाश्ते के चले जाना। रात को देर से सोना और सुबह देर से उठना भी लोगों की आम आदत हो गई है। यह बुरी आदतें बढ़ती उम्र के साथ और ज्यादा नुकसान करती हैं। इसलिए जरूरी है कि आप इन बुरी आदतों को समय रहते बदल दें। इसलिए इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आप रोजाना कौन से हेल्थ मिस्टेक्स करते हैं जो आपको अनियमित और अस्वस्थ बना सकते हैं।
रोजाना भाग दौड़ और एक्सरसाइज नहीं करना
जीवन में व्यस्तता का होना या आलस की वजह से, बहुत से लोग सुबह उठते हैं और फिर सोचते हैं कि अगले दिन से वे नियमित एक्सरसाइज शुरू करेंगे, लेकिन फिर वो दिन नहीं आता है। हमें रोज सुबह 10 मिनट का समय निकालकर सही एक्सरसाइज करना होगा। चाहे फिर वो वॉक हो या फिर कुछ और हो।
ब्रेकफास्ट स्किप न करें
आमतौर पर लोग सुबह का नाश्ता स्किप करते हैं, जो कि स्वस्थ नहीं होता है। सुबह के हेवी नाश्ते से पूरा दिन ऊर्जा बढ़ती है। आपको प्रतिदिन एक स्वस्थ ब्रेकफास्ट के साथ अपना दिन शुरू करना चाहिए और फिर आपको मील की मात्रा को कम करते जाना चाहिए। दिन की शुरुआत हेवी ब्रेकफ़ास्ट से हो और रात को लाइट डिनर के साथ सोएं।
प्लास्टिक में माइक्रोवेव करना
आजकल ज्यादातर घरों में माइक्रोवेव होता है, लेकिन अगर आप प्लास्टिक के बर्तन में खाना गरम करते हैं, तो इससे आपके बच्चों के मानसिक विकास और प्रजनन क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। प्लास्टिक के बर्तन में खाना गरम करने से प्लास्टिक के कण खाने में समा जाते हैं जिससे आपके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। इससे डाइबिटीज, मोटापा, कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ता है। इसलिए, माइक्रोवेविंग के लिए बीपीए मुक्त प्लास्टिक बर्तन या ग्लास के बर्तन का उपयोग करना चाहिए ।
जंक फूड का इस्तेमाल
हम अक्सर जंक फूड का सेवन करते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक होता है। जंक फूड में तेल, चीनी, मैदा आदि तत्व होते हैं जो आपके शरीर के लिए बेहद हानिकारक होते हैं। इसलिए जंक फूड का इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए।
डॉक्टर के सलाह बिना दवाओं का सेवन बंद करना
दवाओं के अचानक रोकने से उनके कुछ बुरे परिणाम हो सकते हैं, जिससे आपके स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है। डॉक्टर ही आपको सही दवा और दवा की सही खुराक बता सकते हैं। हर दवा का अपना कोर्स होता है, जिसे न पूरा करने पर, उस बीमारी के दोबारा होने का खतरा पनप जाता है।
फ़ोन को सिर के पास रखकर सोना
फ़ोन को सिर के पास बिस्तर पर रखकर सोना आजकल की जीवनशैली में मोबाइल का उपयोग सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है। इससे लोगों की नींद भी ठीक से नहीं होती है। स्क्रीन से निकलने वाले प्रकाश के कारण आपकी अनिद्रा का खतरा बढ़ता है।
खाने में ऊपर से नमक का सेवन
अक्सर लोग खाने में ऊपर से नमक का सेवन करते हैं, चाहें वह सलाद हो या कुछ और।नमक हमारे इलेक्ट्रोलाइट स्तर का गलत ढंग से बढ़ने का कारण बन सकता है और यह आपके पूरे शरीर में पानी के वितरण को प्रभावित करता है। नमक का ज्यादा सेवन आपके रक्तचाप को बढ़ा सकता है और टाइप 2 मधुमेह के खतरों को बढ़ा सकता है।
अतिरिक्त मीठे करने वाले पदार्थों का उपयोग।
वर्तमान समय में, लोग अधिकतर आर्टिफिशियल स्वीटनर का उपयोग करने लगे हैं जो अच्छा स्वाद देते हैं, लेकिन सेहत के लिए बिल्कुल उपयुक्त नहीं हैं। कुछ शोधकर्ताओं ने बताया है कि आर्टिफिशियल स्वीटनर से हार्ट रोगों का खतरा बढ़ता है। यह टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए ज्यादा हानिकारक होते हैं।
खाने के बाद सीधे सोना
हम अक्सर खाने के बाद सीधे सोने की गलती करते हैं जो हमारे शरीर के लिए हानिकारक हो सकती है। खाना खाने के बाद कम से कम दो घंटे तक बैठना चाहिए और फिर सोना चाहिए।
रात को सोते समय ब्रश न करना
रात को सोते समय ब्रश न करने की यह आदत बहुत खराब है। यह आपके दांतों के स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी है कि आप उन्हें ठीक से साफ़ करें ताकि आपके दांत के होने वाले बैक्टेरिया को पेट में जानें से रोका जा सकें।
आने वाले साल में हमें अपनी आदतों से बाहर निकलना चाहिए जो सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छी नहीं हैं। ये सभी बुरी आदतें हैं जो कि कभी न कभी घातक परिणाम सामने आ सकते हैं।