लहसुन या गार्लिक एक प्राचीन जड़ी-बूटी है जिसे वैज्ञानिक रूप से उच्च मान्यता दी गई है। यह भारतीय रसोईघरों में मसाले के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, लेकिन इसके सेहत के लाभों को लोग अक्सर अनदेखा करते हैं। लहसुन में एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होने के कारण इसे उपचारात्मक और औषधीय माना जाता है। ये लाभकारी गुण लहसुन में मौजूद एलिसिन यूक्त पदार्थ के कारण होते हैं। इसमें फॉस्फोरस, जिंक, पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज पाए जाते हैं। साथ ही, लहसुन में विटामिन सी, विटामिन के, फोलेट, नियासिन और थायमिन भी मात्राशोधक रूप में मौजूद होते हैं। लहसुन की कली, जिसमें ये सब गुण सम्मिलित होते हैं, वास्तव में एक आरोग्यमय खजाना है। इस लेख में हम लहसुन की कली के आरोग्य संबंधी गुणों के बारे में जानेंगे।
एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण: लहसुन की कली में मौजूद एलिसिन एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर होती है। यह रोगाणुओं के खिलाफ लड़ाई में मदद करता है और संक्रमण को रोकने में मददगार साबित होता है।
पोषक तत्वों का समृद्ध स्रोत: लहसुन की कली में पोषक तत्वों का विशाल संग्रह होता है। इसमें फास्फोरस, जिंक, पोटेशियम, और मैग्नीशियम जैसे महत्वपूर्ण खनिजों की उच्च मात्रा पाई जाती है। ये खनिज शरीर के सामान्य कार्यों को सुनिश्चित करने में मदद करते हैं।
विटामिन संपूर्णता: लहसुन की कली में विटामिन सी, विटामिन के, फोलेट, नियासिन, और थायमिन जैसे महत्वपूर्ण विटामिनों की अच्छी मात्रा होती है। ये विटामिन अवश्यक होते हैं जो हमारे शरीर को स्वस्थ और सक्रिय रखने में मदद करते हैं।
पाचन को रखता है ठीक: पाचन संबंधी विकारों को दूर करने में लहसुन अत्यंत महत्वपूर्ण रोल निभाता है। आयुर्वेद के अनुसार, इसका सेवन पेट संबंधी समस्याओं को ठीक करने में एक रामबाण उपाय के रूप में काम करता है। इसके साथ ही, यह शरीर को आंतरिक रूप से शुद्ध करने में भी मदद करता है। इसलिए, खाली पेट लहसुन का सेवन करना आपके लिए लाभदायक साबित हो सकता है।
हृदय स्वास्थ्य: लहसुन की कली में मौजूद विशेष गुणों के कारण, यह हृदय स्वास्थ्य के लिए भी उपयोगी होता है। इसका नियमित सेवन रक्तचाप को नियंत्रित करने, हृदय संबंधी समस्याओं को कम करने, और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाना: लहसुन की कली में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। इसका नियमित सेवन इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देता है और संक्रमणों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है।
लहसुन के अन्य लाभ
- लहसुन का सेवन महिलाओं में मेनोपॉज़ के बाद एस्ट्रोजेन की कमी को दूर करने में मददगार साबित होता है।
- यह हड्डियों के स्वास्थ्य को सुधारकर ऑस्टियोपोरोसिस और आर्थराइटिस के खिलाफ भी प्रभावी साबित होता है।
- लहसुन आंतों की बीमारियों से राहत दिलाने में सहायक होता है और हानिकारक एंटरोबैक्टीरिया के खिलाफ एंटीबैक्टीरियल प्रभाव दिखाता है।
- इसका सेवन रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मददगार होता है।
- लहसुन आंतरिक प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करता है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं।
- इसका सेवन ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने, डीएनए की क्षति को रोकने और सूजन को कम करने में मदद करता है।
- यह यीस्ट इन्फेक्शन को कम करने में मदद करता है।
- लहसुन का सेवन आंखों के स्वास्थ्य को सुधारने में सहायक होता है, क्योंकि यह आंतरिक दबाव को कम करता है।
- इसका सेवन आयरन और जिंक के अवशोषण को सुधारता है।
- लहसुन के साथ गर्म तेल की मालिश स्ट्रेच मार्क्स को कम करने में मदद करती है।
- यह एथलीट फुट का इलाज कर सकता है।
- लहसुन का जेल बालों के झड़ने को रोकने में बीटामेथासोन वेलरेट के साथ मददगार होता है।
जानिए किन लोगों को नहीं करना चाहिए लहसुन का सेवन
- जिन लोगों को लहसुन के प्रति एलर्जी होती है, उन्हें लहसुन से परहेज रखना चाहिए।
- यदि आपको किसी रक्तस्राव विकार की समस्या है, तो आपको डॉक्टर से पूछकर लहसुन का सेवन करना चाहिए।
- अगर आप किसी विशेष दवा का सेवन कर रहे हैं, तो आपको अपने डॉक्टर की सलाह पर आधारित रूप से लहसुन का सेवन करना चाहिए।
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जिन लोगों को लहसुन की दुर्गन्ध सहनीय नहीं लगती, उन्हें अन्य तरीकों से लहसुन का सेवन करने का प्रयास करना चाहिए।
निष्कर्ष
लहसुन की कली, इसके एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुणों से लेकर पोषक तत्वों, विटामिनों, हृदय स्वास्थ्य तक कई आरोग्यमय गुणों से भरपूर है। इसलिए, लहसुन की कली का नियमित सेवन आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और रोगों से लड़ने में मददगार साबित हो सकता है। यदि आप अपने आहार में इसे शामिल करना चाहते हैं, तो सबसे पहले अपने चिकित्सक से सलाह लें और उचित मात्रा में उपयोग करें।