शरीर के सही वजन को जानने के लिए दिन में कब वेट चेक करना सही होता है?

शरीर के सही वजन को जानने के लिए दिन में कब वेट चेक करना सही होता है?

वजन नियंत्रण में रहना एक स्वस्थ और ध्यान रखने योग्य जीवनशैली का महत्वपूर्ण हिस्सा है। वजन को नियंत्रित करने के लिए, आपको अपने शरीर के सही वजन को जानना जरूरी है। यह आपको आपके स्वास्थ्य की समीक्षा करने और आवश्यक कदम उठाने में मदद करेगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दिन के किस समय वजन चेक करना सही होता है?

बहुत से लोग अपने वजन की निगरानी करने के लिए रोजाना सुबह उठते ही वजन चेक करते हैं। हालांकि, इसके बावजूद, यह न केवल उचित तकनीक नहीं है वरन् यह आपको गलत वजन नंबर्स को देखने के कारण परेशानी पहुंचा सकता है। यदि आप जानना चाहते हैं कि आपका वजन कम हो रहा है या नहीं, या फिर वजन बढ़ रहा है या नहीं, तो आपको अपना वजन मापने की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए आप किसी भी वेट मशीन पर अपना वजन तोल सकते हैं।वजन में दिन भर कमी या बढ़ोतरी हो सकती है, जो आपके मूड और मानसिक स्थिति पर असर डाल सकती है।

बस यह जान लें कि आप किस समय अपना वजन तोल रहे हैं। आइए आपको बताते हैं कि वजन तोलने का सही समय क्या होता है।

रोजाना वजन नापने के फायदे और नुकसान:

रोजाना वजन नापने से लोगों को मोटिवेशन मिलती है और इसलिए उनके लिए रोजाना वजन ट्रैक करना फायदेमंद होता है। यहां कुछ महत्वपूर्ण फायदे हैं:

  1. वजन प्रगति को ट्रैक करना: रोजाना वजन चेक करके आप अपने वजन को ट्रैक कर सकते हैं। यदि आप किसी खास डाइट या वेट लॉस मेथड का पालन कर रहे हैं, तो रोजाना वजन चेक करने से आप उसका प्रभाव देख सकते हैं।
  2. प्रगति का अंदाज़ा: यदि आप हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज पर ध्यान दे रहे हैं, तो रोजाना वजन चेक करने से आप अपनी प्रगति का अंदाज़ा लगा सकते हैं। आप देख पाएंगे कि आपका वजन सामान्य हद तक कम हो रहा है या नहीं और इससे आप अपने उद्दीपन को बढ़ा सकते हैं।

वजन का रोजाना चेक करने के बावजूद, इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं:

  1. स्ट्रेस का कारण बन सकता है: रोजाना वजन चेक करने से आपको स्ट्रेस की अनुभूति हो सकती है। अत्यधिक ध्यान देने के कारण, आप चिंतित हो सकते हैं और इससे आपको नींद की परेशानी हो सकती है।
  2. ईटिंग डिसऑर्डर का कारण बन सकता है: अत्यधिक वजन नापने की प्रवृत्ति आपको ईटिंग डिसऑर्डर के लिए उत्प्रेरित कर सकती है। यदि आप अधिकतर समय अपने वजन पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो आपकी आहार और खाने की व्यवस्था पर असामान्य ध्यान केंद्रित हो सकता है।

वजन तोलते समय ध्यान रखने योग्य बातें:

वॉशरूम जाना: सुबह उठने के बाद और वजन मापने से पहले आपको वॉशरूम जाकर फ्रेश होना चाहिए। इससे आप खुद को हल्का महसूस करेंगे और सही से वजन तोल सकेंगे।

कुछ खा लें: वजन चेक करने के बाद आप थोड़ा पानी, दवा या फिर चाय और नाश्ता कर सकते हैं। याद रखें कि ये सभी वजन तोलने के बाद ही करें।

परिणाम सटीक नहीं हो सकते: यदि आप बिना फ्रेश होए वजन तोलते हैं या फिर फ्रेश होने के बाद नाश्ता कर लेते हैं, तो वजन में 500 ग्राम से 1 किलो तक का अंतर हो सकता है। इसलिए खाली पेट होना जरूरी है।

शाम के समय नुकसान : जब भी आप शाम को या दोपहर के समय वजन तोलें, तो आपको हमेशा वजन कम ही मिलेगा। इसलिए, हेल्थ एक्सपर्ट्स शाम के बजाय सुबह को खाली पेट वजन तोलने की सलाह देते हैं।

दिन में कितनी बार चेक करें वजन: वजन घटाने की कोशिश में लगे लोगों के लिए वजन तोलना और अपने वजन पर ध्यान देना जरूरी होता है, लेकिन आपको हर दिन वजन तोलने की ज़रूरत नहीं है। आप महीने में एक बार ही अपना वजन तोलें। आप वजन कम करने पर ध्यान दें और बार-बार वजन तोलने से बचें।

सुबह खाली पेट : सबसे सटीक समय सुबह खाली पेट अपना वजन जांचने की सलाह दी जाती है। व्यायाम या खाने के बाद अपना वजन करने से बचें। सटीक माप प्राप्त करने के लिए प्रत्येक दिन एक ही समय पर अपना वजन करना भी महत्वपूर्ण है। प्रत्येक माप के बीच 4से 5 दिनों के अंतराल के साथ, महीने में 3 से 4 बार अपना वजन जांचने का सुझाव दिया जाता है।

वेट मशीन की जगह यूज करें इंच टेप : वजन घटाने में प्रगति को मापने के लिए वजन मशीन का उपयोग करने के बजाय इंच टेप का उपयोग करने का सुझाव दिया जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि केवल वजन ही शरीर में वसा और मांसपेशियों की मात्रा को नहीं दर्शाता है। वजन कम करने का मतलब वसा कम करना नहीं है, क्योंकि इससे मांसपेशियों का नुकसान भी हो सकता है। इसलिए, इंच टेप का उपयोग वसा हानि और मांसपेशियों के विकास का अधिक सटीक माप प्रदान कर सकता है।

निष्कर्ष (Conclusion): यदि आप पहले वजन मापते समय ये गलतियां करते थे, तो आगे से उन्हें दोहराने से बचें ताकि आपको बेहतर परिणाम प्राप्त हो सकें। अधिक जानकारी के लिए आप किसी विशेषज्ञ या अपने फिटनेस ट्रेनर से सलाह लें।
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