सर्दियों की शुरुआत से पहले ही देश की राजधानी दिल्ली और उसके आस पास के इलाको (दिल्ली एनसीआर) में एयर क़्वालिटी बेहद ख़राब होने लगी है। यहीं नहीं एक्सपर्ट्स की माने तो देश के कई अन्य शहर भी बहुत गंभीर वायु प्रदूषण से ग्रसित हैं या होने वाले हैं और यह समस्या बहुत बड़े स्तर पर बढ़ सकती हैं। आजकल की रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली एनसीआर रीजन मे एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लगातार 300 पार कर रहा है, जो बेहद गंभीर है और आगे AQI 400 के भी पार होने की संभावना है।
इस समस्या के कारण लोगो के स्वास्थ्य को लेकर चिंता भी शुरू हो गयी है। क्यूंकि वायु प्रदूषण हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। रिपोर्ट्स कहती है की प्रदूषण के कारण दिल संबंधी बीमारियां, तंत्रिका संबंधी विकार, जठरांत्रिय विकार (गैस्ट्रोइंटेस्टिनल डिसऑर्डर्स), गुर्दे (किडनी) के रोग, यकृत (लिवर) रोग, त्वचा रोग, ब्रोंकाइटिस और अस्थमा जैसी बीमारियां हो सकती है। जो लम्बे समय तक रहे तो जानलेवा भी हो सकती है।
हमने पिछले ब्लॉग मे बढ़ते वायु प्रदूषण और उसके कारण दिल और दिमाग की बीमारियों के बढ़ने का खतरे पर चर्चा की थी। आइये इस ब्लॉग मे हम जानेंगे कि बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच हम अपने,अपने परिवार और परिचितों के स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रख सकते हैं।
घर से शुरू करें बचाव की तैयारी
इन दिनों वायु प्रदूषण केवल घर के बाहर ही नहीं होता, बल्कि यह घर के अंदर भी मौजूद होता है। प्रदूषण के चरम समय पर घर के सभी खिड़की दरवाजे बंद करके रखें। जब प्रदूषण कम हो (खासकर बहुत सुबह के समय या बहुत देर रात), तब ही खिड़कियां या गेट खोलें और ताज़ी हवा घर मे आने दें। घर मे एयर प्यूरीफायर का प्रयोग करें। अगर एयर प्यूरीफायर नहीं है घर मे इनडोर प्लांट रखें, जो हवा शुद्ध करते हैं।
प्रदूषक उत्सर्जित करने वाले घरेलू वस्तु जैसे एयर फ्रेशनर, अगरबत्ती आदि का उपयोग कम से कम करें।
घर से बाहर निकलने पर रखें विशेष ध्यान
केवल ज़रूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकलें। अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) स्तर बहुत अधिक हो तो बाहर जाने से बचें।
घर से बाहर निकलते ही मास्क का प्रयोग करें। N95 मास्क गंभीर प्रदूषण मे बेहद कारगर हो सकते हैं। मास्क न हो तो किसी कपडे को गीला कर, उसे मास्क की तरह प्रयोग करें। बाहर वापस से आते ही अपने चेहरे, विषेकर आँखों के साथ हाथ और पैरों को ज़रूर धोएं।
हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना और अच्छा खानपान
हेल्दी लाइफस्टाइल से स्वास्थ्य अच्छा रहता है और इम्युनिटी बूस्ट होती है। इन दिनों प्रोटीन और पोषक तत्वों से भरपूर खाना खाएं और खाने में फलों, सब्ज़ियों और नट्स की मात्रा बढ़ा दें। खाना बनाने से पहले सब्ज़ी और फलों को अच्छे से धोना ज़रूरी है। बाहर का, विशेषकर तला भुना खाना खाने से बचें। साथ ही एक सीमित पर ज़रूरी डाइट ही लें। साथ ही पानी बराबर पीते रहे।
नियमित रूप से एक्सरसाइज करते रहे और घर में ही एक्सरसाइज करें। योग या प्राणायाम से फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है। साथ ही बाजार मे मौजूद अच्छे और सेफ इम्युनिटी बूस्टर जिसमे तुलसी, गिलोय, नीम और अश्वगंधा हो, उनका सेवन कर सकते हैं।
ऑफिस मे भी करें बचाव
ऑफिस पहुंचने के बाद और वहां से आने के बाद, अपने हाथ और मुंह अच्छे से धोएं। इन दिनों वायरल भी तेज़ी से फैलता है। इसीलिए वायरल से ग्रसित सहकर्मियों से दूर रहे। ज़रूरत हो तो ऑफिस मे भी मास्क लगाएं। बीच बीच मे ब्रेक लें और जिस दिन प्रदूषण बहुत ज्यादा हो तो वर्क फ्रॉम होम भी कर सकते हैं।
वृद्ध, बीमार व्यक्तियों और बच्चो का रखें विशेष ध्यान
वायु प्रदूषण वृद्ध, बीमार और बच्चो के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है, क्यूंकि इनकी इम्युनिटी अडल्ट्स के जितनी मज़बूत नहीं होती। इसीलिए बच्चो को कुछ दिनो तक स्कूल न भेजना बेहतर रहेगा।
बीमार और बूढ़े व्यक्ति घर मे ही रह आराम करें, घर मे ही रेगुलर एक्सरसाइज करें और हेल्दी भोजन करें। केवल बेहद ज़रूरी काम होने पर ही घर से निकलें।
निष्कर्ष
बढ़ता वायु प्रदूषण बेहद ही गंभीर समस्या है। इसीलिए सभी लोगो को अपना और अपने प्रियजनो के स्वाथ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। हम अपने जीवनशैली में बदलाव करके,अच्छे खानपान और ज़रूरी दिशा निर्देशों का पालन कर अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते हैं।
साथ ही समय समय सरकार और एक्सपर्ट्स द्वारा दी जाने वाले ज़रूरी निर्देशों पर भी ध्यान रखें और उनका पालन करें। जानकारी प्राप्त कर, अन्य लोगो को भी जागरूक करना भी हमारी ड्यूटी है।