क्या आपका शरीर समय से पहले बूढ़ा हो रहा है?

क्या आपका शरीर समय से पहले बूढ़ा हो रहा है?

आम तौर पर वृद्धावस्था को अक्सर 60 या 65 वर्ष या उससे अधिक की आयु के रूप में परिभाषित किया जाता है। उम्र के इस पड़ाव मे शरीर में कमज़ोरी आना, काम करने मे सुस्ती आना, त्वचा का रुखा पड़ना और शरीर के अंगो के काम करने में धीमापन होना आदि, आम सी बात दिखती है। यह एक नेचुरल प्रक्रिया है जो समय के साथ साथ होती ही है और प्रत्येक व्यक्ति इस प्रक्रिया से गुज़रता है।

 

पर क्या आपने नोट किया है कि आज के समय में 50 साल की उम्र और यहां तक की 35 -40 की उम्र में ही काफी लोगो मे बुढ़ापे के लक्षण दिखने या महसूस किये जाने शुरू हो जाते हैं। जबकि अगर हम आज भी अपने आस पास के पुराने बुजुर्गो को देखे तो 80-85 वर्ष की आयु मे भी वे बहुत फिट, एक्टिव और निरोगी दिखते हैं।

आपको ध्यान होगा टेलीविजन आइकन सिद्धार्थ शुक्ला का अचानक दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।

आंध्र प्रदेश के सूचना प्रौद्योगिकी और उद्योग मंत्री, मेकापति गौतम रेड्डी का 50 वर्ष की आयु मे दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।

प्रसिद्ध गायक KK का एक शो के दौरान बीमार पड़ने से 53 वर्ष की आयु में निधन हो गया था।

इन लोगो के निधन से लाखो लोग दंग रह गए कि संपन्न लोग, जो रेगुलर जिम जाते हैं, अच्छा खाना खाते हैं और बेहद स्वस्थ और फिट दिखते हैं, ऐसे लोग अचानक से कैसे मर रहे हैं।

अगर आप अपने आस पास ध्यान दें या अख़बार पढ़ें तो पाएंगे कि बहुत कम उम्र के लोग बड़ी बीमारियों से जूझ रहे होते हैं। कई लोगो की अचानक से मौत होने की खबर आती है। फिर हम सोचते हैं कि ऐसा क्यों हो रहा होगा ?

आइये आज हम बात करते हैं समय से पूर्व बुढ़ापे (Premature Aging) की

समय से पूर्व बुढ़ापा उस समय होता है जब कम उम्र मे भी बुढ़ापे जैसे लक्षण दिखने लगते हैं। यह वह समय होता है जब आपका शरीर आपकी वास्तविक उम्र से ज्यादा उम्र का दिखाई देता है और कमज़ोर महसूस कराता है।

समय से पूर्व बुढ़ापे (Premature Aging) के सामान्य संकेत निम्नलिखित हैं:

  1. त्वचा (skin ) में परिवर्तन - जैसे जल्दी झुर्रियां आना, उम्र के धब्बे (age spots), रूखापन, स्किन टोन का नुकसान होना
  2. आपकी छाती के चारों ओर हाइपरपिगमेंटेशन (त्वचा का रंग गहरा होना) होना
  3. बालों का झड़ना या सफेद होना
  4. गालों का चिपकना
  5. साथ ही बहुत कम उम्र में हृदयरोग (हार्ट इश्यूज ) होना
  6. लिवर सम्बंधित बीमारियां होना
  7. जल्दी थकान
  8. हाई कोलेस्ट्रॉल
  9. हाई ब्लड प्रेशर
  10. डायबिटीज (मधुमेह) होना
  11. तनाव (स्ट्रेस)
  12. नपुंसकता

समय से पूर्व बुढ़ापे के कई कारण हो सकते हैं,

  1. पर्यावरण कारक
  2. आनुवंशिक (जेनेटिक) कारण
  3. हमारी ख़राब जीवन शैली (Life style )

पर्यावरण कारक

पर्यावरण कारणों में यूवी (UV) किरण और सूर्य किरणों के प्रकाश से त्वचा पर फोटोएजिंग परिणाम होता है। UV किरण त्वचा को क्षति पहुंचाती है, जो आयु धब्बों जैसे परिवर्तनों के लिए योगदान करती है। सूर्य प्रकाश त्वचा कैंसर का जोखिम भी बढ़ाता है। साथ ही उच्च ऊर्जा सृजन (HEV) और इन्फ्रारेड प्रकाश भी त्वचा को नुक्सान पहुंचते हैं।

आनुवंशिक (जेनेटिक) कारण

कई शोध मे पाया गया है कि जिस परिवार में किसी व्यक्ति को कैंसर, डायबिटीज, खराब कोलेस्ट्रॉल, लिवर संबंधित समस्या, बाल सफ़ेद होना या गंजा होना, हाई ब्लड प्रेशर आदि होते हैं तो उस परिवार मे आने वाली पीढ़ी को यह समस्या होने के अवसर बढ़ जाते हैं। (लेकिन इन्हे अच्छी जीवन शैली से बहुत कम किया जा सकता है)

हमारी ख़राब जीवन शैली

ख़राब जीवन शैली कम उम्र में बुढ़ापे का बहुत बड़ा कारण है। आइये जानते हैं कैसे !

आजकल की भाग दौड़ भरी ज़िंदगी मे किसी भी काम के लिए कोई नियमित समय नहीं होता, न तो समय से सोने उठने का समय होता है, न ही सही से नाश्ता, लंच और डिनर करने का समय होता है, एक्सरसाइज तो लोग भूल ही चुके हैं। साथ ही धूम्रपान, अशुद्ध आहार (अनहेल्दी डाइट), शराब सेवन, खराब नींद या कम सोना, स्ट्रेस (तनाव), ड्रग्स सेवन आदि भी शरीर मे समय से पहले बुढ़ापा लाने का बहुत बड़ा कारण हैं।

धूम्रपान: जब आप धूम्रपान करते हैं, निकोटीन जैसे विषैले तत्व आपके शरीर की कोशिकाओं (cells)को परिवर्तित करते हैं। ये विषैले तत्व आपकी त्वचा में कॉलेजन और फाइबर्स को तोड़ने का क़ाम करते हैं, जो त्वचा मे ढ़ीलापन, झुर्रियों, गाउट चेहरे का कारण बनते हैं। साथ ही कैंसर, साँस सम्बंधित बीमारियां, फेफड़ों के रोग, छाती मे दर्द, नपुंसकता और शरीर मे कमज़ोरी जैसी समस्यायें भी होती हैं।

अशुद्ध आहार (अनहेल्दी डाइट): हाइली प्रोसेस्ड फ़ूड चीनी, नमक, वसा और स्टार्च से भरे होते हैं और इससे समय से पहले बुढ़ापा आ सकता है। नवारा विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने अध्ययन किया कि जो लोग रोजाना दो या तीन सर्विंग हाइली प्रोसेस्ड फ़ूड खाते हैं, उनमें उन लोगों की तुलना में शॉर्ट टेलोमेर का खतरा 29-40 प्रतिशत अधिक होता है, जो दो से कम सर्विंग खाते हैं।

हाइली प्रोसेस्ड फ़ूड चीनी दीर्घकालिक बीमारी से भी जुड़े हुए हैं। टेलोमेरेस हमारे गुणसूत्रों और डीएनए को स्थिर करके मदद करते हैं। उम्र के साथ, कोशिकाएं विभाजित हो जाती हैं और टेलोमेर छोटे हो जाते हैं। इससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया तेज़ होती है।

शराब: बहुत अधिक शराब पीने से कैंसर,फैटी लिवर, हाई ब्लड प्रेशर, खराब कोलेस्ट्रॉल, नींद ना आने की समस्या, स्ट्रेस, नपुंसकता आदि जैसी 200 से अधिक बीमारियां या परेशानी हो सकती हैं। इसके ज्यादा सेवन से आपकी इम्युनिटी बहुत ज्यादा स्तर पर खराब होती है।

खराब नींद: अध्ययन दिखाते हैं कि ज्यादा देर तक जागने और कम सोने से आपके कोशिकाओं पर गहरा असर पड़ता है। आपके शरीर के अन्य अंगो को भी आराम भी नहीं मिल पता है। कम नींद या समय से न सोने पर आपको स्ट्रेस भी हो सकता है

तनाव: जब आप तनाव में होते हैं तो आपके मस्तिष्क से कोर्टिसोल, एक तनाव हार्मोन, उत्पन्न होता है। तनाव स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है क्योंकि यह संक्रियाओं को बदल सकता है। यह कॉर्टिसोल और एपिनेफ्रिन जैसे हार्मोनों के उत्पादन को बढ़ा सकता है, जो रक्त चाप और दिल के स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। इसके अलावा, यह इम्यून सिस्टम को कमजोर करके रोग प्रतिरोध को कम कर सकता है।

देखभाल और उपचार

यदि आपको समय से पूर्व बुढ़ापे के संकेत आ रहे हैं तो निम्नलिखित उपाय अपनाएं :

सूर्य की किरणों से बचें: घर से बाहर निकलीं तो सूर्य किरणों से बचने के उपाय अपनाएं। शरीर ढक कर रखें। सूर्य के किरणों से सुरक्षा के लिए सनस्क्रीन का उपयोग करें, ऐसी क्रीम चुने जिसमे कम से कम SPF 30 की मात्रा हो।

धूम्रपान बंद करें: यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो तुरंत धूम्रपान बंद करें। धूम्रपान छोड़ने में मदद की आवश्यकता हो, तो आप काउंसिलिंग ले सकते हैं।

अधिक फल और सब्जियों का सेवन करें: एक संतुलित आहार इस समस्या को रोक सकता है। इसीलिए ताज़े फलों और सब्ज़ियों को रोज़ाना अपने आहार मे शामिल करें, साथ ही प्रोटीन युक्त भोजन खाएं। ज्यादा चीनी या रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट का सेवन न करें। शरीर को मज़बूती देने के लिए हर्बल प्रोडक्ट्स, जैसे की प्रोटीन का प्रयोग करें। 

शराब पीना कम करें: शराब पीना बहुत कम कर दें। इससे आपके शरीर को जल्दी ही फायदा मिलना शुरू होगा। यदि शराब पीना नहीं रुक पा रहा है तो आप काउंसिलिंग ले सकते हैं। लिवर को ताकत देने के लिए हर्बल प्रोडक्ट्स प्रयोग करें। 

व्यायाम करें: नियमित व्यायाम शरीर को मज़बूती देता है और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्युनिटी) को मजबूत करती है,जो एक स्वस्थ जीवन को प्रोत्साहित करता है। दिन मे केवल 30 मिनट पैदल चलना (walk) भी आपको अनेक फायदे देगा।

अपनी त्वचा का ध्यान रखें: रोजाना अपनी त्वचा को अच्छे फेसवाश और साबुन से धोएं ताकि गंद, मेकअप, पसीना या अन्य प्रकार की चीजें हटा सकें जो चिकनाहट का कारण बनती हैं। महंगे त्वचा उत्पादों से दूर रहें जो सुगंधित या उच्च पीएच वाले होते हैं। त्वचा को ध्यान से नमीबद्ध करें, साथ ही त्वचा के लिए अच्छे हर्बल प्रोडक्ट प्रयोग करें ।

अपने तनाव स्तर को कम करें: जितना संभव हो सके, अपने जीवन से ज्यादा से ज्यादा तनाव को कम करने पर काम करें। यदि आप तनाव कम नहीं कर पा रहे, तो तनाव प्रबंधन तकनीकों (स्ट्रेस मैनेजमेंट), जैसे कि ध्यान या व्यायाम की सहायता लें। बाजार मे मौजूद स्ट्रेस कम करने वाले हर्बल प्रोडक्ट्स यूज़ कर सकते हैं। 

अच्छी नींद: कम से कम 7 घंटे की नींद लें। अध्ययन दिखाते हैं कि अच्छी नींद से आपके कोशिकाओं की उम्र जल्दी बढ़ जाती है। आपके शरीर के अन्य अंगो को भी आराम मिलता है और उन्हे दोबारा स्वस्थ होने का समय मिलता है। स्ट्रेस मे भी कमी आती है। 

नियमित तौर पर शरीर की जांच कराएं - जेनेटिक बीमारियों की समय से पहचान के लिए अच्छी लैब से शरीर की जाँच साल मे 2 बार ज़रूर कराएं।

निष्कर्ष

ज्यादातर लोग आजकल 60 की उम्र तक पहुंच कर बहुत ही ज्यादा कमज़ोर हो जाते हैं। हमारी ख़राब जीवन शैली का इसमें बहुत बड़ा योगदान है। लेकिन अगर हम अपने अंदर  थोड़ा सा अनुसाशन ला, अपनी जीवन शैली को ठीक करें तो इन समस्याओं से बच सकते हैं और जिस तरह पुराने बुजुर्ग जो आज भी 70-80 वर्ष की आयु मे फिट और निरोग रहते हैं, उनकी तरह जीवन व्यतीत कर सकते हैं।

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