जब बात आती है फिटनेस और ताकत की, तो हमारे देश के सैनिकों से बेहतर उदाहरण कोई नहीं हो सकता। चाहे माइनस 30 डिग्री की ठंड हो या ऊँचाई पर कम ऑक्सीजन, भारतीय सेना के जवान हर हाल में मजबूत रहते हैं। ऐसा कैसे होता है? इसका एक बड़ा राज़ है – एक चमत्कारी फल, सी बकथॉर्न (Sea Buckthorn)।
क्या है सी बकथॉर्न? (What is Sea Buckthorn ?)

सी बकथॉर्न एक झाड़ी पर लगने वाला छोटा, नारंगी रंग का फल है। ये फल हिमालय की ऊँचाई पर 12,000 से 14,000 फीट की ऊँचाई पर पाया जाता है, खासतौर पर लद्दाख, स्पीति और अरुणाचल प्रदेश जैसे क्षेत्रों में। इसे संस्कृत में “दिव्य औषधि” कहा गया है और कई इसे "स्वर्ग और देवताओं का फल"भी कहा जाता है। Sea Buckthorn को न केवल DRDO बल्कि आयुष मंत्रालय ने भी एक शक्तिशाली हर्बल औषधि माना है। चीन और रूस में इसे "Warrior’s Fruit" कहा जाता है, और इसका उपयोग आयुर्वेद व तिब्बती चिकित्सा में सदियों से होता आ रहा है।
DRDO और भारतीय सेना का भरोसा

सी बकथॉर्न पर गहराई से रिसर्च की है भारत की डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) ने। DRDO ने पाया कि इस फल में वो सभी पोषक तत्व हैं जो सैनिकों को कठिन मौसम और ऊँचाई पर भी मजबूत और एक्टिव बनाए रखते हैं। DRDO ने सी बकथॉर्न का जूस तैयार किया है जो सेना को सप्लाई किया जाता है। ये जूस सैनिकों की इम्युनिटी, ऊर्जा और सहनशक्ति को बढ़ाता है। यही कारण है कि लद्दाख में तैनात भारतीय सैनिक इसे रोज़ पीते हैं।
Sea Buckthorn के फायदे

1. इम्युनिटी बढ़ाए – रोग प्रतिरोधक क्षमता का प्राकृतिक सहारा
Sea Buckthorn में Vitamin C की मात्रा बहुत अधिक होती है – लगभग 400-800 mg प्रति 100 ग्राम। यह मात्रा संतरे से भी कई गुना ज्यादा है। Vitamin C शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं (WBCs) को एक्टिव करता है, जो संक्रमण से लड़ने में सबसे जरूरी भूमिका निभाते हैं।
2. ऊर्जा से भरपूर – Fatty Acids का दुर्लभ स्रोत
Sea Buckthorn में Omega 3, 6, 7 और 9 जैसे आवश्यक फैटी एसिड्स पाए जाते हैं। Omega-7 (Palmitoleic Acid) बहुत ही दुर्लभ होता है और त्वचा की मरम्मत व ऊर्जा उत्पादन में सहायक होता है। ये सभी फैटी एसिड्स मेटाबॉलिज़्म को बेहतर बनाते हैं, जिससे शरीर में थकावट कम होती है और स्टैमिना बना रहता है।
3. पाचन में मददगार – पेट की सेहत का रक्षक
Sea Buckthorn में घुलनशील फाइबर (soluble fiber) की भरपूर मात्रा होती है। यह कब्ज को दूर करता है और आंतों के अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद flavonoids आंतों में सूजन को कम करते हैं और पाचन तंत्र को शांत रखते हैं।
4. स्किन के लिए फायदेमंद – भीतर से चमकती त्वचा
Sea Buckthorn में मौजूद Vitamin E, Vitamin A और Anti-oxidants त्वचा की कोशिकाओं को नमी देते हैं और उन्हें UV rays से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। इसका तेल त्वचा की सूजन, जलन और दाग-धब्बों को कम करने में असरदार माना गया है। कई स्किन प्रोडक्ट्स में आज भी Sea Buckthorn oil का उपयोग किया जा रहा है।
5. दिल और दिमाग का दोस्त – संतुलन और सक्रियता बनाए रखे
Sea Buckthorn के Antioxidants और Polyphenols कोलेस्ट्रॉल लेवल को संतुलित रखते हैं। यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है और खून के प्रवाह को बेहतर बनाता है। वहीं दूसरी ओर, इसमें मौजूद B-complex Vitamins और Omega-3 दिमाग की कार्यक्षमता को सुधारते हैं – जैसे याददाश्त, एकाग्रता और मानसिक ऊर्जा।
Sea Buckthorn Juice – ताकत का स्वाद

आजकल मार्केट में Sea Buckthorn का जूस भी आसानी से मिल रहा है। यह जूस स्वाद में थोड़ा खट्टा-मीठा होता है और आमतौर पर इसमें कोई केमिकल या प्रिज़र्वेटिव नहीं मिलाया जाता। यह शरीर को अंदर से मज़बूत बनाने में मदद करता है। Fytika का Sea Buckthorn Juice भी जल्द ही आने वाला है, जो शुद्ध, प्राकृतिक और सीधे हिमालय की ऊँचाइयों से प्राप्त किया जाएगा। Fytika का यह जूस खासतौर पर इस तरह से तैयार किया जाएगा कि इसके सभी पोषक तत्व – जैसे Vitamin C, Omega Fatty Acids और Anti-oxidants – पूरी तरह से सुरक्षित रहें। इसे रोज़ाना लेना काफी फायदेमंद माना जाता है। आप इसे खाली पेट सुबह, या दिन में किसी भी समय ले सकते हैं।
किन लोगों को जरूर लेना चाहिए?
- जो लोग थकान महसूस करते हैं
- जिनकी इम्युनिटी कमजोर है
- जो जिम या एक्टिव लाइफस्टाइल फॉलो करते हैं
- बुज़ुर्ग जिनकी पाचन क्रिया धीमी हो गई है
- महिलाएं जो स्किन और हेयर हेल्थ को बेहतर बनाना चाहती हैं
निष्कर्ष

Sea Buckthorn कोई आम फल नहीं है। यह एक सुपरफूड है जो शरीर को ताकत, ऊर्जा और सुरक्षा देता है। यही कारण है कि भारतीय सैनिक भी इसे अपने डेली रूटीन में शामिल करते हैं। अगर आप भी खुद को अंदर से मजबूत बनाना चाहते हैं, तो Sea Buckthorn Juice को ज़रूर आज़माएं।
Disclaimer:
यह ब्लॉग सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से है। किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या या दवा शुरू करने से पहले कृपया अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह ज़रूर लें।
References:
* DRDO (Defence Research and Development Organisation) Research on Sea Buckthorn
* Ministry of AYUSH, Government of India
* CSIR – Council of Scientific & Industrial Research Reports
* Healthline
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